36 Best Places To Visit In Udaipur /Udaipur Tourist Places
राजस्थान के दिल में बसा उदयपुर, जिसे अक्सर "झीलों का शहर" कहा जाता है, संस्कृति, इतिहास और प्राकृतिक सुन्दरता का खजाना है। अपनी झिलमिलाती झीलों, राजसी महलों और जीवंत बाजारों के लिए जाना जाने वाला उदयपुर शाही विरासत और शांत परिदृश्यों का एक आदर्श मिश्रण है। चाहे वह सिटी पैलेस की वास्तुकला हो, पिछोला झील की शांति हो या स्थानीय परंपराओं का जीवंत आकर्षण हो, उदयपुर भारत के शाही अतीत का एक टुकड़ा चाहने वाले यात्रियों के लिए एक आकर्षक अनुभव प्रदान करता है। यह लेख उन पर्यटक आकर्षणों के बारे में बताता है, जिन्हें अवश्य देखना चाहिए जो उदयपुर को राजस्थान का मुकुट रत्न बनाते हैं। उदयपुर के पर्यटन स्थलों को हम निम्न प्रकार श्रेणीबद्ध कर सकते हैं...
1. सिटी पैलेस, उदयपुर
सिटी पैलेस, उदयपुर के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। यह महल पिछोला झील के किनारे स्थित है और अपनी भव्य वास्तुकला, समृद्ध इतिहास और आकर्षक नजारों के लिए प्रसिद्ध है। इस सिटी पैलेस का निर्माण राजस्थानी और मुगल शैली में किया गया है। यहीं पर कृष्णा विलास महल है, जहां राजकुमारी कृष्णा ने जहर पीकर उदयपुर को युद्ध से बचा लिया था। राज आंगन महल,मोती महल, मानक महल, दिलखुश महल आदि प्रसिद्ध महल यहीं है। इसके अलावा यहां संग्रहालय भी है, जिसमें शाही विरासत और हथियारों का प्रदर्शन देखने को मिलता है। खूबसूरत आंगन, बालकनियां और झील के मनोरम दृश्य इसे एक परफेक्ट टूरिस्ट डेस्टिनेशन बनाते हैं।
2. लेक पिछोला
पिछोला झील भारत की सबसे प्रसिद्ध और मनोरम झीलों में से एक है। यह एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण है, जो अपनी प्राकृतिक सुन्दरता, ऐतिहासिक स्थलों और नाव की सवारी के लिए प्रसिद्ध है। इस झील का निर्माण राणा लाखा के शासन काल में एक बंजारे ने करवाया था। इस झील को जल की आपूर्ति सीसारमा व बुझड़ा नदी द्वारा की जाती है। इस झील के अंदर जगनिवास महल और जगमंदिर महल बने हुए हैं, जिसमें आजकल होटल लेक पैलेस संचालित है। अरावली पहाड़ियों, विरासत महलों और मंदिरों से घिरी यह झील, विशेष रूप से सूर्योदय और सूर्यास्त के दौरान, अदभुत दृश्य प्रस्तुत करती है।
3. जगदीश मंदिर
उदयपुर में स्थित जगदीश मंदिर एक ऐसा पर्यटन स्थल है, जिसे अवश्य देखना चाहिए, खासकर उन लोगों के लिए जो इतिहास, वास्तुकला और आध्यात्मिकता में रुचि रखते हैं। राहमहलों के पास जगदीश चौक में स्थित इस मंदिर की स्थापना महाराणा जगतसिंह द्वारा सन् 1651 की द्वितीय वैसाखी पूर्णिमा को की गई। यह मंदिर 50 कलात्मक स्तंभों पर अवस्थित है। इस मंदिर में प्रभु जगन्नाथ राय की काले कसौटी पत्थर की मूर्ति विराजमान है। इस मंदिर के निर्माण में स्वप्न संस्कृति का बड़ा महत्वपूर्ण योग रहा है। इसलिए इसे सपने से बना मंदिर भी कहते हैं। यह मंदिर पंचायतन शैली का है। इसमें जटिल नक्काशी, खूबसूरती से गढ़े गए स्तंभ और विस्तृत छतें हैं। ऊंचा शिखर दूर से ही दिखाई देता है और इसकी भव्यता को बढ़ाता है। भगवान विष्णु को समर्पित यह मंदिर एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है।
4. फतेहसागर झील
अरावली पहाड़ियों से घिरी यह झील अपनी प्राकृतिक सुन्दरता, शांतिपूर्ण माहौल और मनोरंजक गतिविधियों के लिए जानी जाती है। पिछोला झील के उत्तर में स्थित फतेहसागर झील का निर्माण 1687 में महाराणा जयसिंह ने करवाया था। इस झील में आहड़ नदी से लगभग 6 km लम्बी एक नहर द्वारा जल लाया जाता है। इसके बीच में एक टापू व नेहरू गार्डन स्थित है। झील से अद्भुत दृश्य दिखाई देते हैं, विशेष रूप से सूर्योदय और सूर्यास्त के समय, जो इसे प्रकृति प्रेमियों और फोटोग्राफरों के लिए स्वर्ग बनाते हैं। आगंतुक यहां विभिन्न प्रकार की नौका सवारी का आनंद ले सकते हैं, जिसमें स्पीड बोट, पैडल बोट और मोटर बोट शामिल है। झील के बीच में एक छोटा सा द्वीप, नेहरू गार्डन में एक बगीचा, एक कैफे और खूबसूरत नजारे हैं, जहां नाव से पहुंचा जा सकता है। फतेहसागर झील उदयपुर में घूमने लायक जगह है, जो प्राकृतिक सुन्दरता, रोमांच और आराम का एक बेहतरीन मिश्रण है।
5. एकलिंग जी का मंदिर
उदयपुर के पास कैलाशपुरी में स्थित एकलिंग जी मंदिर एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है और एक दर्शनीय पर्यटन स्थल है। भगवान शिव को समर्पित यह मंदिर अपनी वास्तुकला, आध्यात्मिक महत्व और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। बप्पा रावल द्वारा 8 वीं शताब्दी में निर्मित इस मंदिर में संगमरमर और बलुआ पत्थर की अद्भुत नक्काशी की गई है। मुख्य मंदिर में भगवान शिव की चतुर्मुखी काले पत्थर की मूर्ति स्थापित है। इसके अलावा मंदिर परिसर में विभिन्न देवताओं को समर्पित कई मंदिर, जटिल मूर्तियां और विस्तृत शिलालेख हैं। इस मंदिर में सोमवार के दिन भगवान शिव की भव्य पूजा अर्चना की जाती है तथा महाशिवरात्रि का त्योंहार बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है, जिसमें हजारों श्रद्धालु शामिल होते हैं। अरावली पहाड़ियों के बीच स्थित एकलिंग जी मंदिर एक शांतिपूर्ण और दिव्य वातावरण प्रदान करता है।
6.जगमंदिर पैलेस
जग मंदिर पैलेस, राजस्थान में सबसे खूबसूरत और ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण पर्यटक आकर्षणों में से एक है। पिछोला झील के एक द्वीप पर स्थित, इस शानदार महल को "लेक गार्डन पैलेस" के नाम से भी जाना जाता है। इस महल का निर्माण महाराणा जगतसिंह प्रथम द्वारा 1651 में पूर्ण करवाया गया। महल में जटिल राजपूत और मुगल स्थापत्य शैली, खूबसूरत गुबंद, संगमरमर की संरचनाएं और शानदार प्रांगण हैं। एक द्वीप पर स्थित होने के कारण महल से पिछोला झील, सिटी पैलेस और अरावली पहाड़ियों का मनोरम दृश्य दिखाई देता है और यह फोटोग्राफी के लिए एक शानदार जगह है। इस पैलेस में बनाए गए उद्यान, फव्वारे और संगमरमर की संरचनाएं इस महल के आकर्षण को बढ़ाती हैं तथा प्रवेश द्वार पर हाथी की मूर्तियां भी प्रमुख आकर्षण हैं। आगंतुक यहां सिटी पैलेस परिसर या पिछोला झील के आसपास के अन्य घाटों से नाव की सवारी के माध्यम से जगमंदिर पैलेस पहुंच सकते हैं। यह पैलेस इतिहास प्रेमियों, फोटोग्राफी के शौकिनों और उदयपुर के शाही आकर्षण का अनुभव करने वालों के लिए देखने लायक जगह है।
7. बागौर की हवेली
बागौर की हवेली, उदयपुर के लोकप्रिय आकर्षणों में से एक है। पिछोला झील के पास गणगौर घाट पर स्थित, यह 18 वीं सदी की हवेली मेवाड़ राजवंश की शाही जीवनशैली को दर्शाती है। इसे मेवाड़ के प्रधानमंत्री अमरचंद बड़वा ने बनवाया था और बाद में यह शाही परिवार की संपत्ति बन गई। इस हवेली में 100 से अधिक कमरे, आंगन, बालकनी, झरोखे, जटिल दर्पण और कांच का काम किया गया है। वर्तमान में इस हवेली को एक संग्रहालय में परिवर्तित कर दिया गया है, जिसमें शाही युग की कलाकृतियां हैं, जिनमें शाही पोशाकें और आभूषण, पारंपरिक राजस्थानी कलाएं, कठपुतली संग्रह और अद्वितीय पगड़ी संग्रह शामिल हैं। इसके अलावा धरोहर नृत्य शो बागौर की हवेली के सबसे बड़े आकर्षणों में से एक है। यह हर शाम होता है और इसमें पारंपरिक राजस्थानी लोक नृत्य और संगीत प्रदर्शन होते हैं। पिछोला झील के ठीक बगल में स्थित होने के कारण यह हवेली सूर्यास्त के समय लुभावना दृश्य प्रस्तुत करती है।
8. सज्जनगढ़ पैलेस
सज्जनगढ़ पैलेस, जिसे मानसून पैलेस के नाम से भी जाना जाता है, उदयपुर में एक खूबसूरत पहाड़ी महल है। यह एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है, जो अपने शानदार मनोरम दृश्यों, ऐतिहासिक महत्व और लुभावने सूर्यास्त के लिए जाना जाता है। इस महल का निर्माण 1884 में मेवाड़ राजवंश के महाराणा सज्जन सिंह द्वारा करवाया गया था इस महल का मूल उद्देश्य एक खगोलीय केंद्र बना था। महल से फतेहसागर झील, अरावली पहाड़ियों और उदयपुर शहर का शानदार दृश्य दिखाई देता है। यह पैलेस उदयपुर में मनमोहन सूर्यास्त देखने लिए सबसे अच्छे स्थानों में एक है। इस पैलेस को वाणी विलास महल भी कहते हैं। महाराणा फतेह सिंह ने इस महल में गुलाब बाड़ी का निर्माण करवाया। इस उद्यान के गुलाब अपने आकार की वजह से प्रसिद्ध हैं। इसके अलावा यहां सज्जनगढ़ वन्य जीव अभ्यारण भी है, जो इसे प्रकृति प्रेमियों और वन्य जीव उत्साही लोगों के लिए एक शानदार स्थान बनता है।
9. सहेलियों की बाड़ी
सहेलियों की बाड़ी, उदयपुर में स्थित एक प्रसिद्ध पर्यटक आकर्षण है। यह एक खूबसूरत ऐतिहासिक उद्यान है, जो अपनी हरी भरी हरियाली, संगमरमर के मडपों, फव्वारों और कमल के तालाबों के लिए जाना जाता है। "सहेलियों की बाड़ी" नाम का अर्थ है "युवतियों का उद्यान", क्योंकि इसे 18वीं शताब्दी में महाराणा संग्राम सिंह ने मेवाड़ की शाही महिलाओं के लिए बनवाया था। इस उद्यान में जटिल फव्वारे हैं, जिनमें से कुछ को गुरुत्वाकर्षण आधारित जलप्रवाह का उपयोग करते हुए, बिना पम्प के काम करने के लिए डिजाइन किया गया है। इसके अलावा यहां खिले हुए कमलों से भरा एक शांत तालाब है, जो बगीचे की सुंदरता को बढ़ता है। सफेद संगमरमर की सरचनाएं और हाथी की मूर्तियां उद्यान के आकर्षण को बढ़ाती हैं। इसके अलावा यहां एक संग्रहालय भी है, जो बीते युग की शाही कलाकृतियां, पेंटिंग और मूर्तियां प्रदर्शित करता है। यह उद्यान प्रकृति प्रेमियों और फोटोग्राफरों के लिए एक आदर्श स्थान है।
10. आहाड़ संग्रहालय
उदयपुर में स्थित आहाड़ संग्रहालय अपने ऐतिहासिक और पुरातात्विक महत्व के लिए जाना जाने वाला एक आकर्षक पर्यटन स्थल है। यह आहाड़ स्मारक परिसर का हिस्सा है, जिसमें मेवाड़ के महाराणाओं की 250 से अधिक समाधियां हैं, जो 350 साल से भी अधिक पुरानी है। इस संग्रहालय में दसवीं सदी के मिट्टी के बर्तन, मूर्तियां और सिक्कों सहित कलाकृतियों का एक प्रभावशाली संग्रह है, जो इस क्षेत्र के समृद्ध विरासत के बारे में जानकारी देता है। भीड़भाड़ वाले पर्यटन स्थलों के विपरीत, आहड़ एक शांत और चिंतनशील अनुभव प्रदान करता है। उदयपुर से सिर्फ 3 किलोमीटर दूर स्थित, यह इतिहास में रुचि रखने वालों के लिए एक आसान पड़ाव है।
11. जयसमंद झील
जयसमंद झील, जिसे "ढेबर झील" के नाम से भी जाना जाता है,सबसे बड़ी कृत्रिम झीलों में से एक है, जो राजस्थान के उदयपुर जिले में स्थित है। इस झील का निर्माण 1685 में महाराणा जय सिंह ने करवाया था और यह लगभग 87 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है। यह झील अपनी प्राकृतिक सुंदरता, ऐतिहासिक महत्व और समृद्ध जैव विविधता के कारण एक बेहतरीन पर्यटन स्थल है। हरे भरे पहाड़ों और संगमरमर के तटबंधों से घिरी जयसमंद झील बेहद खूबसूरत दृश्य प्रस्तुत करती है। इस झील में सात द्वीप हैं ,जिनमें से कुछ पर भील व मीणा जनजाति निवास करती है। झील के पास स्थित अभ्यारण्य तेंदुए,हिरण, मगरमच्छ और विभिन्न प्रकार के प्रवासी पक्षियों का घर है। इस झील किनारों पर स्मारक और मंदिर हैं, जिनमें हवा महल और रूठी रानी महल शामिल हैं।
12. शिल्पग्राम
शिल्पग्राम, उदयपुर के पास एक ग्रामीण कला और शिल्प परिसर है, जो पारंपरिक हस्तशिल्प, लोकप्रदर्शन और ग्रामीण जीवन को प्रदर्शित करने वाले एक जीवंत सांस्कृतिक केंद्र के रूप में कार्य करता है। यह भारतीय विरासत, कला और संस्कृति में रुचि रखने वाले पर्यटकों के लिए एक बेहतरीन गंतव्य है। यह परिसर राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र और गोवा के ग्रामीण कारीगरों की जीवन शैली को दर्शाता है। शिल्पग्राम में मिट्टी के बर्तन, वस्त्र, आभूषण और लकड़ी के शिल्प सहित विभिन्न प्रकार के हस्तनिर्मित उत्पाद उपलब्ध हैं, जो इसे प्रमाणिक स्मृति चिन्ह खरीदने के लिए एक बेहतरीन स्थान बनाते हैं। इसके अलावा यहां घूमर, कालबेलिया और कठपुतली शो सहित पारंपरिक राजस्थानी संगीत और नत्य प्रदर्शन नियमित रूप से आयोजित किए जाते हैं। दिसम्बर में आयोजित होने वाले इस महोत्सव में पूरे भारत से कारीगर आते हैं तथा शिल्प, व्यंजन और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का भव्य प्रदर्शन करते हैं।
13. सहस्त्रबाहु मंदिर
राजस्थान के नागदा में उदयपुर के पास स्थित सहस्त्रबाहु मंदिर एक महत्वपूर्ण पर्यटक आकर्षण है, जो अपनी जटिल वास्तुकला और ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है। यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है। कछवाहा वंश के राजा महिपाल द्वारा दसवीं शताब्दी में निर्मित इस मंदिर में जटिल नकाशी, उत्कृष्ट मूर्तियां और विस्तृत तोरण है। इस मंदिर में दो मुख्य मंदिर हैं, जो हिंदू और राजपूत स्थापत्य शैली का एक अनूठा मिश्रण प्रस्तुत करते हैं। यद्यपि आंशिक रूप से खंडहर हो चुका है, फिर भी यह मंदिर इतिहास और वास्तुकला के प्रति उत्साही लोगों के लिए एक मूल्यवान स्थल बना हुआ है। अधिक भीड़भाड़ वाले मंदिरों के विपरीत, यह स्थल शांतिपूर्ण वातावरण प्रदान करता है। बाघेला झील के तट पर स्थित यह मंदिर शांत और मनोरम स्थान प्रदान करता है, जो फोटोग्राफी और विश्राम के लिए उपयुक्त है।
14. अम्बराई घाट
अम्बराई घाट उदयपुर शहर के सबसे सुंदर और शांत स्थानों में से एक है। पिछोला झील के किनारे स्थित यह घाट उदयपुर के प्रतिष्ठित स्थलों जैसे सिटी पैलेस, जग मंदिर और लेक पैलेस के लुभावने दृश्य प्रस्तुत करता है। यह घाट सूर्यास्त देखने के लिए उदयपुर के सबसे अच्छे स्थानों में से एक है, क्योंकि यहां सुनहरी रोशनी झील पर खूबसूरती से प्रतिबिंबित होती है। यहां संगीत प्रदर्शन और आध्यात्मिक गतिविधियां देखने के लिए स्थानीय लोग अक्सर शाम को यहां एकत्र होते हैं। कुछ व्यस्त पर्यटन स्थलों के विपरीत, अम्बराई घाट एक शांत और रोमांटिक माहौल प्रदान करता है। अपने सुरमई परिवेश के कारण यह घाट फोटोग्राफी और इंस्टाग्राम उत्साही लोगों के लिए पसंदीदा जगह है।
15. मंशापूर्ण करणी माता रोपवे
उदयपुर में मंशापूर्ण करणी माता रोपवे एक लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण है, जो शहर के लुभावने दृश्य प्रस्तुत करता है। यह दूध तलाई झील के पास दीनदयाल उपाध्याय पार्क को करणी माता मंदिर से जोड़ता है, जो माछला मगरा पहाड़ी पर स्थित है। अधिकतर आगंतुक रोपवे के माध्यम से करणी माता मंदिर तक जाना पसंद करते हैं, क्योंकि रोपवे की सवारी से उदयपुर का मनोरम दृश्य दिखाई देता है, जिसमें पिछोल झील, फतेहसागर झील,सज्जनगढ़ पैलेस और सिटी पैलेस शामिल हैं। पहाड़ी की चोटी से उदयपुर में सूर्यास्त का सबसे अच्छा दृश्य दिखाई देता है, जो इसे फोटोग्राफी और दर्शनीय स्थलों की यात्रा के लिए एक शानदार स्थान बनता है। सुबह 9:00 बजे से रात 9:00 के बीच में आप इस रोपवे की सवारी का आनंद ले सकते हैं। इसकी टिकट की कीमत व्यस्कों के लिए 100 से 150 रुपए होती है वह बच्चों के लिए इसमें विशेष छूट भी मिलती है।
16. क्रिस्टल गैलरी
उदयपुर में क्रिस्टल गैलरी एक अनूठा और शानदार पर्यटन स्थल है, जो सिटी पैलेस परिसर के अंदर फतेह प्रकाश पैलेस में स्थित है। यह क्रिस्टल वस्तुओं के दुनिया के सबसे बड़े निजी सग्रहों में से एक है, जिसे महाराणा सज्जन सिंह ने 1877 में इंग्लैंड से मंगवाया था। हालांकि, यह संग्रह एक सदी से भी अधिक समय तक अनुप्रयुक्त रहा, क्योंकि महाराणा का निधन इसके आने से पहले ही हो गया था। इस गैलरी में उत्कृष्ट क्रिस्टल फर्नीचर, झूमर, क्रोकरी, दर्पण और यहां तक की एक क्रिस्टल बिस्तर भी प्रदर्शित है, जो एक दुर्लभ दृश्य है। यह क्रिस्टल गैलरी मेवाड़ राजवंश की भव्यता की झलक प्रस्तुत करती है। सुबह 9:00 बजे से शाम 7:00 बजे के बीच आप इस क्रिस्टल गैलरी को देख सकते हैं।
17. ताज लेक पैलेस
महाराणा जगत सिंह द्वितीय द्वारा 1746 में निर्मित यह आश्चर्यजनक सफेद संगमरमर का महल, पिछोला झील के शांत पानी पर स्थित है, जहां से आसपास की अरावली पहाड़ियों और सिटी पैलेस के लुभावने दृश्य दिखाई देते हैं। मूल रूप से इसे मेवाड़ शाही परिवार के लिए एक आनंद महल के रूप में निर्मित करवाया गया था। अब इसे 5 सितारा हेरिटेज होटल मैं बदल दिया गया है। इसमें विश्व स्तरीय आतिथ्य, भव्य कमरे और शाही अनुभव देखने को मिलता है। जटिल नक्काशी, गुंबद, आंगन और फव्वारे इसे राजपूत वास्तुकला का उत्कृष्ट नमूना बनाते हैं। यहां आगंतुक शाही माहौल में राजस्थानी और अंतर्राष्ट्रीय व्यंजन का आनंद ले सकते हैं। झील के बीच में स्थित होने के कारण, यह एक अद्वितीय और शांतिपूर्ण स्थान है। यह अपने माहौल के कारण हनीमून मनाने वालों और जोड़ों के लिए एक बेहतरीन गंतव्य है। यदि आप इतिहास से भरपूर एक शानदार और रोमांटिक अनुभव की तलाश में हैं, तो ताज लेक पैलेस एक अविस्मरणीय गंतव्य है।
18. गुलाब बाग और चिड़ियाघर
गुलाब बाग और चिड़ियाघर, उदयपुर में सबसे प्रसिद्ध पर्यटक आकर्षणों में से एक है। यह उदयपुर का सबसे बड़ा उद्यान है, जो अपनी हरियाली, विविध वनस्पतियों और ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है। 19वीं शताब्दी में महाराणा सज्जन सिंह द्वारा निर्मित यह उद्यान गुलाब और विदेशी पौधों का घर है। इस उद्यान में सुंदर-भू दृश्य वाले रास्ते, फव्वारे और खुले स्थान हैं, जो इसे एक शांतिपूर्ण स्थान बनाते हैं। इस उद्यान में एक चिड़ियाघर भी है। हालांकि यह सामान्य चिड़ियाघरों से छोटा है लेकिन इसमें तेंदुए, हिरण और पक्षी जैसे जानवर रहते हैं। इसके अलावा गुलाब बाग के भीतर एक ऐतिहासिक पुस्तकालय भी है, जिसमें शाही युग की प्राचीन पांडुलिपियां, पुस्तकें और अवशेष हैं। इस बगीचे के अंदर जटिल वास्तुकला वाला नौलखा महल भी है, जो उदयपुर के शाही अतीत की झलक पेश करता है। इसके अतिरिक्त बच्चों की पसंदीदा रेलगाड़ी की सवारी बगीचे का एक मजेदार दौरा प्रदान करती है। सुबह 8:00 बजे से शाम 6:00 बजे के बीच आप इस उद्यान का भ्रमण करने आ सकते हैं।
19. विंटेज कार म्यूजियम
उदयपुर में विंटेज और क्लासिक कार म्यूजियम ऑटोमोबाइल के शौकीनों और इतिहास प्रेमियों के लिए एक जरूरी जगह है। गुलाब बाग के पास स्थित और HRH ग्रुप और होटल द्वारा संचालित इस संग्रहालय में क्लासिक कारों का एक दुर्लभ संग्रह है, जो कभी मेवाड़ राजघराने के स्वामित्व में थी। इस संग्रहालय में रोल्स-रॉयस, कैडिलैक, मर्सिडीज़-बेंज और ब्यूक सहित प्रतिष्ठित कारें प्रदर्शित है, जिनमें से कई महाराजाओं द्वारा उपयोग की जाती थीं। यहां प्रत्येक वाहन उत्तम स्थिति में है और कुछ अभी भी विशेष अवसरों के लिए उपयोग जाती हैं। यह म्यूजियम सिटी पैलेस, पिछोला झील और जगदीश मंदिर के नजदीक है, इसलिए आप इसे अपनी उदयपुर यात्रा कार्यक्रम में आसानी से शामिल कर सकते हैं।
20. बड़ी लेक
उदयपुर से लगभग 12 किलोमीटर दूर स्थित बड़ी झील, एक शांत और कम भीड़भाड़ वाला पर्यटन स्थल है। 17वीं शताब्दी में महाराणा राज सिंह प्रथम द्वारा निर्मित इस कृत्रिम झील का निर्माण शुरु में अकाल से निपटने के लिए किया गया था। आज, यह शहर की हल-चल से दूर एक शांतिपूर्ण विश्राम स्थल है, जो इसे प्रकृति प्रेमियों के लिए एक बेहतरीन जगह बनाता है। यह झील अरावली पहाड़ियों से घिरी हुई है। उदयपुर की अन्य लोकप्रिय झीलों के विपरीत, बड़ी झील का व्यवसायीकरण अपेक्षाकृत कम है, जिससे यह एकांत चाहने वालों के लिए एक आदर्श स्थान है। इस झील के चारों ओर कई छोटे रास्ते दर्शनीय स्थलों तक ले जाते हैं जैसे, कि प्रसिद्ध "बाहुबली हिल", जहां से झील और उसके आसपास के मनोरम दृश्य दिखाई देते हैं। यह झील शांत जल पर प्रतिबिंबित सुंदर सूर्योदय और सूर्यास्त देखने के लिए एक शानदार जगह है। यह एक बजट अनुकूल गंतव्य है, जहां कोई प्रवेश शुल्क नहीं है।
21. दुध तलाई
दूध तलाई राजस्थान के उदयपुर में एक सुंदर पर्यटन स्थल है, जो अपनी सुरम्य झील, सुंदर उद्यानों और पिछोला झील पर सूर्यास्त के शानदार दृश्यों के लिए जाना जाता है। दूध तलाई झील एक छोटी किंतु आकर्षक झील है, जहां से शांत नाव की सवारी और आसपास की पहाड़ियों का सुंदर प्रतिबिंब देखने को मिलता है। दूध तलाई के पास पंडित दीनदयाल उपाध्याय पार्क भी है, जो विश्राम के लिए एक आदर्श स्थान है। इसमें झील के दृश्य वाली बेंच और रास्ते हैं।इसके अलावा दूध तलाई के पास मानिक लाल वर्मा गार्डन भी है, जो एक पहाड़ी पर स्थित है, जहां सिटी पैलेस और जग मंदिर का मनोरम दृश्य दिखाई देता है। दूध तलाई से एक छोटी रोपवे सवारी आपको करणी माता मंदिर तक ले जाती है, जहां सूर्यास्त के समय आप उदयपुर के क्षितिज के लुभावने दृश्यों का आनंद ले सकते हैं। दूध तलाई आराम करने, उदयपुर की प्राकृतिक सुंदरता में डूबने और झीलों और महलों पर मनमोहनक सूर्यास्त देखने के लिए एक शानदार जगह है।
22. महाराणा प्रताप स्मारक
उदयपुर में महाराणा प्रताप स्मारक एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक और पर्यटन स्थल है, जो महान योद्धा महाराणा प्रताप को समर्पित है। मोती मगरी के ऊपर स्थित यह स्मारक फतेह सागर झील और उदयपुर शहर के शानदार दृश्य प्रस्तुत करता है। यह स्मारक महाराणा प्रताप की बहादुरी और पराक्रम के लिए एक श्रद्धांजलि है, जिसमें उनकी लड़ाइयां विशेष रूप से हल्दीघाटी के युद्ध के बारे में विस्तृत जनकारी दी गई है। यहां एक संग्रहालय भी है, जिसमें महाराणा प्रताप और मेवाड़ राजवंश के जीवन और समय को दर्शाने वाली कलाकृतियां, पेंटिंग और मॉडल हैं। यहां कुछ शामों में प्रकाश एवं ध्वनि शो का आयोजन किया जाता है, जो महाराणा प्रताप और उदयपुर के इतिहास को बताता है।
23. नीमच माता मंदिर
देवी दुर्गा के एक रूप नीमच माता को समर्पित यह मंदिर स्थानीय लोगों द्वारा पवित्र माना जाता है। भक्तजन सुरक्षा और समृद्धि के लिए यहां आशीर्वाद मांगने आते हैं। फतेहसागर झील के पास एक पहाड़ी पर स्थित यह मंदिर उदयपुर, इसकी झीलों और आसपास के परिदृश्यों के लुभावने दृश्य प्रस्तुत करता है। उदयपुर के अधिक भीड़भाड़ वाले मंदिरों के विपरीत, नीमच माता ध्यान और विश्राम के लिए एक शांत वातावरण प्रदान करता है। मंदिर तक पहुंचाने के लिए लगभग 900 मीटर की छोटी सी चढ़ाई करनी पड़ती है, जो इसे रोमांच प्रेमियों और फिटनेस के पति उत्साही लोगों के लिए आदर्श स्थान बनाती है। यह मंदिर शहर के आश्चर्यजनक सूर्योदय और सूर्यास्त दृश्य देखने के लिए एक शानदार स्थान है।
24. वैक्स म्यूजियम, उदयपुर
सेलिब्रिटी वैक्स म्यूजियम, उदयपुर में एक लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण है। इसमें बॉलीवुड, हॉलीवुड, खेल, राजनीति और इतिहास सहित विभिन्न क्षेत्रों की प्रसिद्ध हस्तियों की सजीव मोम की मूर्तियां हैं। यह संग्रहालय उन आगंतुकों के लिए एक रोमांचक जगह है, जो अपने पसंदीदा हस्तियों की मोम की मूर्तियों के साथ तस्वीरें लेना पसंद करते हैं। इस संग्रहालय में महात्मा गांधी, नरेंद्र मोदी, अमिताभ बच्चन, माइकल जैक्सन आदि जैसी प्रसिद्ध हस्तियों की यथार्थ वादी मोम की मूर्तियां प्रदर्शित हैं। यहां दर्पण भुलभुलैया, 9डी सिनेमा और हॉरर हाउस जैसी अन्य मनोरंजक सुविधाएं हैं, जिसके कारण स्थानीय और विदेशी लोग यहां आते हैं। उदयपुर में कई मोम संग्रहालय हैं, इसलिए आप यात्रा करने से पहले नवीनतम विवरण जरूर देखिए। कुछ प्रसिद्ध संग्रहालय गुलाब बाग और फतेहसागर झील जैसे पर्यटन केंद्रों के पास स्थित है। इनका प्रवेश शुल्क अलग-अलग हो सकता है लेकिन आमतौर पर प्रति व्यक्ति 100 से 500 रुपए के बीच ही होता है।
25. हाथी पोल और बड़ा बाजार
हाथी पोल और बड़ा बाजार उदयपुर के लोकप्रिय स्थान हैं, जो अपनी समृद्ध विरासत और जीवंत खरीदारी अनुभव के लिए जाने जाते हैं। हाथी पोल उदयपुर का एक ऐतिहासिक द्वार है, जो पुराने शहर में प्रवेश द्वार के रूप में कार्य करता है। यह पारंपरिक राजस्थानी वास्तुकला और संस्कृति को दखने देखने लिए एक शानदार जगह है। यहां आप लघु पेंटिंग, हस्तशिल्प, पारंपरिक राजस्थानी वस्त्रों की खरीदारी कर सकते हैं, जिसमें प्रमाणिक पीछवाई और फड़ पेंटिंग, लकड़ी की नक्काशी वाला हस्तशिल्प, धातु की कलाकृतियां, संगमरमर की मूर्तियां, टाई और प्रिंटेड कपड़े शामिल हैं। इसके अलावा बड़े बाजार में आपको स्थानीय स्ट्रीट स्टॉल, और हाइ एंड स्टोर का मिश्रण देखने को मिलता है। यहां आप चांदी के आभूषण, चमड़े का सामान, प्रमाणिक भारतीय मसाले और राजस्थानी स्मृति चिन्ह खरीद सकते हैं। इसके अतिरिक्त आप यहां आस-पास के स्ट्रीट फूड स्टॉल पर कचौड़ी और घेवर जैसे स्वादिष्ट राजस्थानी स्नेक्स का भी आनंद ले सकते हैं।
26. भारतीय लोककला संग्रहालय
उदयपुर में स्थित, यह संग्रहालय राजस्थानी संस्कृति, लोक परंपराओं और कलात्मक विरासत में रुचि रखने वालों के लिए एक आकर्षक पर्यटन स्थल है। इस संग्रहालय में राजस्थान, गुजरात और मध्यप्रदेश की लोक कला, पारंपरिक वेशभूषा, आभूषण, संगीत वाद्ययंत्र और आदिवासी कलाकृतियों का विशाल संग्रह प्रदर्शित है। यहां का मुख्य आकर्षण कठपुतली संग्रह है, जिसमें लोक प्रदर्शनों में प्रयुक्त जटिल रूप से डिजाइन की गई राजस्थानी कठपुतलियां शामिल हैं। इस संग्रहालय में प्रतिदिन कठपुतली शो और लोक नृत्य प्रदर्शन आयोजित किए जाते हैं, जिससे सभी आयु वर्ग के दर्शकों के लिए यह अनुभव जीवंत और आकर्षक बन जाता है। प्रदर्शन में पारंपरिक गांव के दृश्य, मुखोटे और ग्रामीण शिल्प के मॉडल शामिल हैं, जो राजस्थान के ग्रामीण समुदायों के दैनिक जीवन की झलक पेश करते हैं। यह संग्रहालय बजट अनुकूल है और इसमें प्रवेश शुल्क नाममात्र है।
27. मेनार
उदयपुर के पास एक छोटा सा गांव मेनार एक उभरता हुआ पर्यटन स्थल है, जो अपने समृद्ध पक्षी जीवन, सांस्कृतिक विरासत और शांत ग्रामीण आकर्षण के लिए जाना जाता है। मेनार अपनी दो बड़ी झीलों, "ब्रह्माताल" और "धन्दताल" के लिए प्रसिद्ध है, जो कई तरह के प्रवासी पक्षियों को आकर्षित करती हैं। आगंतुक यहां राजहंस, पेलिकन, सारसक्रेन, चित्रित सारस, बतखों और बगुलों की विभिन्न प्रजातियां देख सकते हैं। मेनार को "पक्षी प्रेमियों का गांव" के रूप में जाना जाता है, और स्थानीय लोग संरक्षण प्रयासों में सक्रिय रूप से भाग लेते हैं। यह गांव अपने पुराने मंदिरों, स्थानीय त्योंहार और गर्मजोशी भरे आतिथ्य के साथ पारंपरिक राजस्थानी ग्रामीण जीवन की झलक पेश करता है। उदयपुर से सिर्फ 45 किलोमीटर दूर स्थित मेनार शहर से आधे दिन या पूरे दिन की यात्रा के लिए एकदम सही जगह है।
28. अंडर द सन एक्वेरियम
उदयपुर में स्थित अंडर द सन एक्वेरियम भारत के सबसे बड़े सार्वजनिक एक्वेरियमों में से एक है, जो परिवारों और समुद्री जीवन के प्रति उत्साही लोगों के लिए एक बड़ा आकर्षण है। यह एक्वेरियम मीठे पानी और समुद्री प्रजातियों सहित मछलियों की 150 से अधिक प्रजातियों का घर है। यहां पिरान्हा, स्टिंग्रे, आरापाइमा और यहां तक कि दुर्लभ एल्बिनो मछलियां भी पाई जाती हैं। आगंतुक कुछ समुद्री प्रजातियों को छू सकते हैं, और उनके आवास के बारे में जान सकते हैं। इसके अलावा यहां 360 डिग्री टनल एक्वेरियम है जहां आगंतुकों को जलीय जीवन से घिरा हुआ महसूस होता है। बच्चों के लिए समुद्री जैव विविधता के बारे में जानने के लिए यह एक बेहतरीन जगह है। यह एक्वेरियम सुबह 8:00 बजे से रात 11:00 बजे तक सप्ताह के सभी दिन खुला रहता है। यहां प्रवेश शुल्क बच्चों और व्यस्कों लिए अलग-अलग है।
29. सज्जनगढ़ जैविक उद्यान
उदयपुर में स्थित सज्जनगढ़ जैविक उद्यान वन्यजीव और प्रकृति प्रेमियों के लिए एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। प्रसिद्ध सज्जनगढ़ मानसून पैलेस के पास स्थित, यह पार्क एक सुव्यवस्थित प्राणी उद्यान है, जो विभिन्न पशु प्रजातियों के लिए एक प्राकृतिक आवास प्रदान करता है। यह पार्क बाघों, तेंदुओं, शेरों, हिरनों, भालुओं और कई पक्षी प्रजातियों का घर है, जो पशु प्रेमियों के लिए एक रोमांचक यात्रा बनता है। यह पार्क पारिस्थितिकी पर्यटन सिद्धांतों का पालन करता है और वन्यजीव संरक्षण और शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करता है। पर्यटक पर्यावरण अनुकूल बैटरी चलित वाहनों का उपयोग करके पार्क का भ्रमण कर सकते हैं। यह बच्चों और वन्य जीव प्रेमियों के लिए विभिन्न प्रजातियों और संरक्षण प्रयासों के बारे में जानने के लिए एक बेहतरीन जगह है। अरावली पहाड़ियों में बसा यह पार्क आसपास के जंगलों और सज्जनगढ़ पैलेस का सुंदर दृश्य प्रस्तुत करता है।
30. राजीव गांधी गार्डन
उदयपुर में राजीव गांधी गार्डन एक सुंदर और सुव्यवस्थित उद्यान है, जो एक शांतिपूर्ण पर्यटक आकर्षण है। यह उद्यान हरियाली, फव्वारों और सुव्यवस्थित लॉन से भरपूर है, जो आरामदायक वातावरण प्रदान करता है। उद्यान के अंदर एक महत्वपूर्ण आकर्षण, राजीव गांधी की प्रतिमा है, जो पूर्व प्रधानमंत्री के सम्मान में बनाई गई है। इसमें बच्चों का खेल क्षेत्र है, जो इसे परिवारों के लिए एक आदर्श स्थान बनाता है। एक पैदल पथ, जो ताजी हवा और शांतिपूर्ण वातावरण के साथ सुबह या शाम की सैर के लिए बढ़िया है। यह उद्यान फतेहसागर झील के पास स्थित है, जहां से सुंदर दृश्य और ताजगी भरा वातावरण मिलता है। यहां आने का सबसे अच्छा समय सर्दियों के महीनों के दौरान होता है, जब मौसम सुहावना होता है। शाम का समय झील से आने वाली ठंडी हवा का आनंद लेने के लिए भी बहुत अच्छा समय होता है।
31. बड़ा महल
बड़ा महल सिटी पैलेस परिसर का हिस्सा है और अपनी खूबसूरत राजपूत मुगल वास्तुकला, जटिल नक्काशी और हरे भरे बगीचों के लिए जाना जाता है। यह महल एक पहाड़ी पर बना है, जो इसे ऊंचा उठाती है तथा उदयपुर का अद्भुत दृश्य प्रस्तुत करती है। इस महल को कभी मेवाड़ शासकों द्वारा अवकाश महल के रूप में इस्तेमाल किया जाता था। हरे भरे बगीचों और फव्वारों से घिरा यह स्थान एक ताजा वातावरण प्रदान करता है। इस महल में जटिल दर्पण कार्य, भित्तिचित्र और नक्काशी है, जो राजस्थान की भव्यता को दर्शाती है। चूंकि यह सिटी पैलेस का हिस्सा है, इसलिए प्रवेश शुल्क आमतौर पर सिटी पैलेस टिकट में शामिल होता है।
32. मार्वल वाटर पार्क
उदयपुर में मार्वल वाटर पार्क एक लोकप्रिय मनोरंजन पार्क है, जो पर्यटकों, खासकर परिवारों और समूहों के लिए एक शानदार जगह है, जो एक मजेदार और ताजा अनुभव की तलाश में है। उदयपुर की प्राकृतिक सुंदरता से घिरे एक सुंदर क्षेत्र में स्थित, यह विभिन्न प्रकार की जल सवारी, स्लाइड, वेव पूल और रैन डांस क्षेत्र प्रदान करता है। यह पार्क बच्चों वाले परिवारों के लिए सुरक्षित और मनोरंजक गतिविधियों का आनंद लेने के लिए एक शानदार जगह है। यहां आप संगीत के साथ कृत्रिम वर्षा की बौछारों के नीचे नृत्य का आनंद ले सकते हैं। इस पार्क में भोजन स्टॉल, चेजिंग रूम और अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हैं। गर्मियों में उदयपुर काफी गर्म हो सकता है, जिससे यह पार्क ठंडक पाने का एक आदर्श स्थान बन जाता है। इस पार्क का प्रवेश शुल्क और समय अलग अलग हो सकता है, इसलिए बेहतर होगा कि आप यहां आने से पहले इनकी आधिकारिक वेबसाइट देख लें।
33. सुखाड़िया सर्किल
सुखाड़िया सर्किल उदयपुर में एक लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण है। यह एक बड़ा गोल गोल उद्यान है, जिसमें तीन स्तरीय संगमरमर का फव्वारा है, जो समृद्धि का प्रतीक है। पास के कृत्रिम तालाब में आगंतुक पैडल बोटिंग और खिलौना ट्रेन की सवारी का आनंद ले सकते हैं। सुखाड़िया सर्किल के आस पास से आपको चाट, पाव भाजी, कुल्फी और स्वादिष्ट स्थानीय स्ट्रीट फूड खाने के लिए मिल जाते हैं। यह शाम की सैर, फोटोग्राफी, परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताने के लिए एक शानदार जगह है। फतेहसागर झील के पास NH 8 पर स्थित, यह उदयपुर के प्रमुख आकर्षणों से आसानी से जुड़ा हुआ है।
34. चेतक सर्किल
उदयपुर में चेतक सर्किल एक पारंपरिक पर्यटन स्थल से ज्यादा एक व्यावसायिक और यातायात केंद्र है। फिर भी यह शहर की सैर करने वाले पर्यटकों के लिए एक सुविधाजनक स्थल के रूप में कार्य करता है। यह सर्किल अपने स्थानीय बाजार के लिए जाना जाता है, जिसमें हस्तशिल्प, स्मृति चिन्ह, पारंपरिक राजस्थानी वस्त्र और घरेलू सजावट की वस्तुएं शामिल हैं। यहां कई स्थानीय रेस्तरां और स्ट्रीट फूड स्टॉल हैं, जो आपको प्रामाणिक राजस्थानी और उत्तर भारतीय व्यंजन पेश करते हैं। चेतक सर्किल सहेलियों की बाड़ी, फतेह सागर झील और महाराणा प्रताप स्मारक जैसे प्रमुख पर्यटक आकर्षणों के करीब है तथा यह अच्छी परिवहन कनेक्टिविटी वाला एक केंद्रिय स्थान है, जिससे उदयपुर घूमना आसान हो जाता है। हालांकि चेतक सर्किल अपने आप में कोई मुख्य आकर्षण नहीं है, लेकिन यह खरीदारी और स्थानीय संस्कृति का अनुभव करने के लिए एक बेहतरीन जगह है।
35. प्रताप पार्क
उदयपुर में प्रताप पार्क एक खूबसूरत और शांतिपूर्ण जगह है, जहां से पिछोला झील और आस पास की अरावली पहाड़ियों के शानदार दृश्य दिखाई देते हैं। अच्छी तरह से बनाई गई हरियाली और पैदल पथ इसमें शांतिपूर्ण टहलने के लिए इसे एक बेहतरीन स्थान बनाते हैं। इस पार्क में पर्यटकों के लिए एक लोकप्रिय फोटो स्पॉट "l love Udaipur" भी इंस्टॉल किया गया है। यह पार्क सूर्यास्त देखने के लिए उदयपुर के सर्वोत्तम स्थानों में से एक है। यह पार्क परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताने तथा आश्चर्यजनक परिदृश्य और झील के दृश्यों को कैद करने के लिए एक शानदार जगह है। यह पार्क आमतौर पर सुबह से शाम तक खुला रहता है तथा यहां न्यूनतम या कोई प्रवेश शुल्क नहीं लिया जाता है।
36. गणगौर घाट
उदयपुर में गणगौर घाट पिछोला झील के किनारे पर स्थित एक सुंदर और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध पर्यटन स्थल है। गणगौर घाट पर जाते समय पर्यटक पिछोला झील पर नाव की सवारी का आनंद ले सकते हैं, और जग मंदिर, सिटी पैलेस जैसे स्थलों के शानदार दृश्य देख सकते हैं। घाट पर झील तक जाने वाली सीढ़ियां बनी हुई हैं, जो चिंतन और फोटोग्राफी के लिए एक शांतिपूर्ण स्थान प्रदान करती है। घाट के आस पास का क्षेत्र छोटी छोटी दुकानों से भरा हुआ है, जहां स्थानीय हस्तशिल्प और व्यंजन मिलते हैं। यह घाट गणगौर उत्सव के लिए प्रसिद्ध है, जो भगवान शिव और देवी पार्वती को समर्पित एक पारंपरिक उत्सव है, जिसके दौरान स्थानीय लोग और पर्यटक नाव जुलूस, अनुष्ठान और सांस्कृतिक प्रदर्शनों में शामिल होने के लिए एकत्र होते हैं। यह घाट उन लोगों के लिए अवश्य घूमने लायक जगह है, जो उदयपुर में आध्यात्मिकता, परम्परा और प्राकृतिक सुंदरता का मिश्रण अनुभव करना चाहते हैं।